भारत के शेयर बाजार (Share Market) ने शुक्रवार, 12 सितंबर 2025 को जबर्दस्त तेजी दिखाई। निवेशकों के चेहरों पर रौनक लौट आई क्योंकि निफ्टी (Nifty) पहली बार 25,100 के पार बंद हुआ और सेंसेक्स (Sensex) ने भी 82,000 का आंकड़ा पार कर लिया। यह तेजी न केवल घरेलू बाजार के मजबूत संकेतों की वजह से रही, बल्कि ग्लोबल मार्केट (Global Market) से मिले पॉजिटिव ट्रेंड ने भी भारतीय इक्विटी मार्केट को सपोर्ट किया।
📊 दिनभर का बाजार कैसा रहा?
- सेंसेक्स (Sensex) 355.97 अंक की तेजी के साथ 81,904.70 पर बंद हुआ। यह 0.44% की मजबूती को दर्शाता है।
- निफ्टी (Nifty) 108.50 अंक उछलकर 25,114 पर बंद हुआ, जो कि 0.43% की बढ़त है।
सुबह बाजार खुलते ही तेजी के संकेत मिले थे। सेंसेक्स लगभग 210 अंकों की छलांग लगाकर 81,758 पर खुला था जबकि निफ्टी ने 25,074 से शुरुआत की थी। शुरुआती कारोबार में ही निफ्टी और सेंसेक्स ने मजबूती के संकेत दे दिए थे।
🚀 टॉप गेनर्स — इन शेयरों ने किया निवेशकों को मालामाल
आज के कारोबार में कई शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया। NSE और BSE के आंकड़ों के मुताबिक टॉप गेनर्स की लिस्ट में ये कंपनियां आगे रहीं:
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL): करीब 3% से ज्यादा की तेजी।
- बजाज फाइनेंस: 3% से अधिक की बढ़त।
- बजाज फिनसर्व: लगभग 2% की मजबूती।
- एक्सिस बैंक, मारुति, टाटा मोटर्स, रिलायंस, एलएंडटी भी टॉप गेनर्स में शामिल रहे।
इन शेयरों में आई तेजी से बाजार का सेंटीमेंट और मजबूत हुआ और मिडकैप तथा स्मॉलकैप शेयरों में भी निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी।
📉 टॉप लूजर्स — इन शेयरों में रही गिरावट
तेजी वाले दिन में भी कुछ दिग्गज शेयर लुढ़क गए। आज टॉप लूजर्स की लिस्ट में ये कंपनियां शामिल रहीं:
- हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL)
- एचडीएफसी बैंक
- टाइटन
- टेक महिंद्रा
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
इन शेयरों में मामूली गिरावट देखने को मिली, लेकिन समग्र रूप से बाजार में तेजी का माहौल बना रहा।
🌍 ग्लोबल मार्केट से मिला सपोर्ट
भारतीय शेयर बाजार की तेजी के पीछे एशियाई और अमेरिकी बाजारों का पॉजिटिव रुख भी बड़ी वजह रहा।
- जापान का निक्केई 225 और टॉपिक्स, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और कोस्डैक इंडेक्स सभी हरे निशान में रहे।
- अमेरिकी बाजार (US Market) भी मजबूती के साथ बंद हुए। वॉल स्ट्रीट के प्रमुख इंडेक्स लगातार रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच रहे हैं।
- अमेरिका के CPI आंकड़े उम्मीद से थोड़े मजबूत रहे, जिससे निवेशकों में भरोसा बढ़ा है कि अर्थव्यवस्था मजबूती से टिक रही है।
🏢 कंपनियों से जुड़ी बड़ी खबरें
आज के सेशन में कंपनियों से जुड़ी बड़ी घोषणाओं ने भी बाजार को उत्साहित किया।
- इंफोसिस ने लगभग ₹18,000 करोड़ के शेयर बायबैक प्रोग्राम का ऐलान किया। यह बायबैक प्रति शेयर ₹1,800 की कीमत पर होगा और कंपनी की कुल इक्विटी का करीब 2.41% हिस्सा इसमें शामिल होगा। इस खबर के बाद आईटी सेक्टर में हलचल देखने को मिली।
- रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा ग्रुप के शेयरों में भी मजबूती रही, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी को बड़ा सहारा मिला।
💰 कमोडिटी मार्केट का हाल
- सोना (Gold Price Today): इस हफ्ते लगातार चौथी बार सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली। निवेशकों ने सोने को सुरक्षित निवेश मानकर खरीदा, जिससे दाम ऊपर गए।
- चांदी (Silver Price): चांदी में भी हल्की बढ़त रही।
- क्रूड ऑयल (Crude Oil Price): कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। इसका कारण अमेरिका में डिमांड में कमी और सप्लाई बढ़ने की आशंका बताई जा रही है।
📌 निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है यह उछाल?
शेयर बाजार की यह तेजी निवेशकों के लिए काफी सकारात्मक है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल मार्केट से पॉजिटिव संकेत और घरेलू स्तर पर मजबूत कंपनियों के प्रदर्शन की वजह से इंडेक्स नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं।
- शॉर्ट टर्म में निफ्टी 25,200 और सेंसेक्स 82,200 तक जाने की संभावना है।
- हालांकि, मुनाफावसूली का दबाव बीच-बीच में देखने को मिल सकता है।
- सेक्टोरल इंडेक्स में बैंकिंग, ऑटो और आईटी शेयरों ने बढ़त दिलाई जबकि FMCG सेक्टर में थोड़ी कमजोरी दिखी।
📊 मार्केट आउटलुक
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में घरेलू शेयर बाजार (Indian Stock Market) में वोलैटिलिटी बनी रह सकती है। ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा, कच्चे तेल की कीमतें और विदेशी निवेशकों की गतिविधियां बाजार की दिशा तय करेंगी।
निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि फिलहाल क्वालिटी शेयरों पर फोकस करें और शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव से ज्यादा प्रभावित न हों।
कुल मिलाकर, 12 सितंबर 2025 का दिन भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में यादगार बन गया। निफ्टी ने पहली बार 25,100 का स्तर पार किया और सेंसेक्स भी 82,000 से ऊपर निकल गया। टॉप गेनर्स में बजाज फाइनेंस, BEL और बजाज फिनसर्व जैसे शेयर चमके, वहीं HUL और HDFC बैंक जैसे दिग्गज थोड़ा कमजोर रहे।
ग्लोबल मार्केट से मिले पॉजिटिव संकेतों और घरेलू कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन ने भारतीय इक्विटी मार्केट को मजबूती दी है। निवेशकों के लिए यह संकेत है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार बनी हुई है और आने वाले दिनों में बाजार नए रिकॉर्ड बना सकता है।