देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनियों में से एक Avenue Supermarts Ltd (DMart) ने सितंबर 2025 तिमाही के शानदार नतीजों के साथ शेयर बाजार में हलचल मचा दी है। कंपनी का राजस्व पिछले साल के मुकाबले 15.43% बढ़ गया, जबकि इसका स्टॉक इस साल अब तक 24% तक चढ़ चुका है।
DMart, जो अपने किफायती दाम और शानदार ग्राहक सेवा के लिए जानी जाती है, ने फिर से यह साबित कर दिया है कि रिटेल सेक्टर में उसकी पकड़ कितनी मजबूत है।
💰 तिमाही में 15% से ज्यादा की ग्रोथ
Avenue Supermarts ने बताया कि 30 सितंबर 2025 को खत्म हुई तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड ऑपरेशन्स से कुल राजस्व ₹16,218.79 करोड़ रहा।
पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा ₹14,050.32 करोड़ था। यानी, सालाना आधार पर कंपनी के राजस्व में 15.43% की बढ़त दर्ज हुई।
अगर तिमाही-दर-तिमाही तुलना की जाए, तो राजस्व में करीब 1.8% की मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली। हालांकि यह वृद्धि बहुत बड़ी नहीं है, लेकिन यह लगातार विकास का संकेत देती है।
कंपनी के मुताबिक, सितंबर 2025 तक DMart के कुल 432 स्टोर्स देशभर में संचालित हो रहे थे। बढ़ती स्टोर्स की संख्या से कंपनी की पहुंच छोटे शहरों और टियर-2 मार्केट्स तक और मजबूत हुई है।
📈 शेयर बाजार में DMart का प्रदर्शन
शुक्रवार को Avenue Supermarts का शेयर ₹4,417.55 पर बंद हुआ, जो पिछले दिन के मुकाबले 0.17% की बढ़त दर्शाता है।
पिछले 6 महीनों में इस शेयर में 6% से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई है।
सबसे खास बात यह है कि 2025 की शुरुआत से अब तक DMart के शेयर में लगभग 24% की उछाल आई है। निवेशकों के लिए यह शानदार रिटर्न साबित हुआ है।
हालांकि, पिछले एक साल में शेयर की कीमत में करीब 10.58% की गिरावट देखी गई है। इसके मुकाबले सेंसेक्स ने इसी अवधि में लगभग 1.56% की गिरावट दर्ज की है, यानी DMart का प्रदर्शन बाजार के औसत से बेहतर रहा।
💹 52 हफ्तों का रिकॉर्ड
कंपनी के शेयर ने पिछले 52 हफ्तों में ₹5,011 का उच्च स्तर और ₹3,337.10 का निचला स्तर छुआ है।
वर्तमान कीमत ₹4,400 के आसपास है, जो इस रेंज के मध्य में आती है।
Avenue Supermarts की कुल मार्केट कैपिटल ₹2.87 लाख करोड़ के करीब है। यह भारत की सबसे मूल्यवान रिटेल कंपनियों में से एक है।
पिछले 5 वर्षों में कंपनी के शेयरों में 102% की बढ़त दर्ज की गई है। हालांकि, इसी अवधि में सेंसेक्स 109% बढ़ा, जिससे स्पष्ट है कि DMart का प्रदर्शन बाजार की लहर के साथ थोड़ा धीमा रहा, लेकिन स्थिरता बरकरार रखी।
🏬 DMart की सफलता का रहस्य
DMart की सफलता का बड़ा कारण उसका “कम दाम और अधिक ग्राहक” मॉडल है।
कंपनी हमेशा अपने उत्पादों पर कम मार्जिन रखती है ताकि ज्यादा ग्राहक स्टोर्स की ओर आकर्षित हों।
साथ ही, उसका कैश-एंड-कैरी बिज़नेस मॉडल उसे अन्य रिटेलर्स से अलग बनाता है, जिससे कैश फ्लो मजबूत बना रहता है।
कंपनी अपने स्टोर्स में जरूरी घरेलू सामान, किराना, कपड़े, और इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स किफायती दामों पर उपलब्ध कराती है।
यह रणनीति मिडल-क्लास और अर्बन ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय है।
📊 आगे की रणनीति और चुनौतियाँ
आने वाले महीनों में DMart की नज़र निम्न बिंदुओं पर रहेगी:
- स्टोर विस्तार की गति: नए शहरों और राज्यों में विस्तार
- ऑनलाइन और ऑफलाइन बिक्री का संतुलन: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से प्रतिस्पर्धा
- लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन: लागत नियंत्रण और समय पर डिलीवरी
- मुनाफे का स्तर (Profit Margin): लगातार बढ़ती लागत के बावजूद स्थिर मुनाफा
- ग्राहक रिटेंशन: अधिक ऑफर और बेहतर अनुभव से दोबारा ग्राहक बनाना
रिटेल सेक्टर में अब Reliance Retail, Tata’s BigBasket, और Amazon जैसे दिग्गज भी सक्रिय हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा और बढ़ गई है।
फिर भी, DMart की मजबूत ब्रांड इमेज और भरोसेमंद बिज़नेस मॉडल उसे इस मुकाबले में मजबूती देता है।
🧾 निवेशकों के लिए संकेत
कई मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि DMart एक लॉन्ग-टर्म प्लेयर है।
अगर कंपनी अपने मुनाफे की रफ्तार और स्टोर एक्सपैंशन को बनाए रखती है, तो आने वाले वर्षों में इसके शेयर और ऊंचाई छू सकते हैं।
हालांकि, रिटेल सेक्टर में खर्च बढ़ने, इनफ्लेशन और प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियाँ कंपनी के मार्जिन पर दबाव डाल सकती हैं।
इसलिए निवेशकों को जल्दबाज़ी से बचते हुए सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए।
Avenue Supermarts (DMart) ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि भारतीय रिटेल मार्केट में उसकी स्थिति कितनी मजबूत है।
कंपनी लगातार ग्रोथ बनाए हुए है, और उसका शेयर प्रदर्शन भी निवेशकों को खुश कर रहा है।
अगर आने वाले क्वार्टर में भी कंपनी इसी तरह की रफ्तार बनाए रखती है, तो DMart फिर से अपने पुराने हाई स्तरों को छू सकता है।
⚠️ डिस्क्लेमर:
इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। यह किसी भी तरह की निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है।
शेयर बाजार निवेश जोखिमों के अधीन होता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।