नई दिल्ली, 20 सितंबर 2025:
सोने-चांदी के दामों में इस समय लगातार हलचल देखने को मिल रही है। शुक्रवार 19 सितंबर 2025 को सोने के रेट एक बार फिर बढ़ गए और 22 कैरेट व 24 कैरेट दोनों ही कैटेगरी में दामों में अच्छी-खासी तेजी दर्ज की गई। वहीं, चांदी ने भी अपनी रफ्तार पकड़ ली और प्रति किलो कीमतों में बड़ा उछाल दर्ज हुआ। यह बढ़ोतरी त्योहारी सीजन से पहले निवेशकों और ग्राहकों दोनों के लिए अहम मानी जा रही है।
📈 सोने की कीमतों में तेजी
19 सितंबर 2025 को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में सोने की कीमतों में करीब ₹150 प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अब 22 कैरेट सोना लगभग ₹1,02,200 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जबकि 24 कैरेट सोना ₹1,11,100 प्रति 10 ग्राम से भी ऊपर कारोबार कर रहा है।
यह लगातार चौथा दिन है जब गोल्ड की कीमतों में मजबूती बनी हुई है। पिछले हफ्ते की गिरावट के बाद सोने ने एक बार फिर ऊँचाई की ओर रुख कर लिया है।
🥈 चांदी भी पहुंची रिकॉर्ड लेवल पर
चांदी के रेट में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला। 19 सितंबर को चांदी की कीमत ₹1,33,000 प्रति किलो तक पहुँच गई, जो पिछले दिन की तुलना में लगभग ₹2,000 अधिक है। चांदी की इस तेजी ने घरेलू आभूषण कारोबारियों और इंडस्ट्रियल डिमांड दोनों को प्रभावित किया है।
📍 प्रमुख शहरों में सोने का ताज़ा भाव (19 सितंबर 2025)
शहर | 22 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 1,02,220 | 1,11,480 |
मुंबई | 1,02,205 | 1,11,160 |
चेन्नई | 1,02,300 | 1,11,160 |
कोलकाता | 1,01,205 | 1,11,160 |
जयपुर | 1,02,220 | 1,11,480 |
लखनऊ | 1,02,220 | 1,11,480 |
बंगलुरु | 1,02,205 | 1,11,160 |
पटना | 1,02,205 | 1,11,160 |
नोएडा/गाजियाबाद | 1,02,220 | 1,11,480 |
📊 सोना क्यों महँगा हुआ?
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने-चांदी के दामों में यह उछाल कई कारणों से आया है:
- अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेजी – ग्लोबल गोल्ड प्राइस लगातार ऊपर जा रहे हैं, जिसका सीधा असर भारत के रेट्स पर पड़ता है।
- डॉलर-रुपया उतार-चढ़ाव – डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने से आयातित सोना महँगा हो जाता है।
- त्योहारी मांग – नवरात्रि, दशहरा और दिवाली जैसे त्योहार नजदीक हैं। इन मौकों पर गहनों की मांग बढ़ती है।
- निवेशकों की सुरक्षित पनाहगाह – शेयर मार्केट में अस्थिरता बढ़ने से निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं।
💡 निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
सोने की मौजूदा कीमतें अपने उच्च स्तर के करीब हैं। ऐसे में निवेशकों और आम ग्राहकों के लिए सवाल यह उठता है कि:
- क्या अब सोना खरीदना सही रहेगा?
- या दाम और बढ़ सकते हैं, इसलिए इंतजार करना बेहतर होगा?
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए सोच रहे हैं तो सोने की बढ़त फिलहाल भी आकर्षक है। लेकिन शॉर्ट-टर्म में मुनाफा कमाने वालों को थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि अचानक गिरावट का जोखिम बना रहता है।
📅 आने वाले दिनों का अनुमान
20 सितंबर 2025 तक की मार्केट रिपोर्ट्स बता रही हैं कि सोने और चांदी में निकट भविष्य में भी हल्की-फुल्की तेजी बनी रह सकती है। ग्लोबल इकॉनमी में अनिश्चितता और फेडरल रिजर्व की पॉलिसी सोने की दिशा तय करेंगी।
यदि डॉलर इंडेक्स और मजबूत हुआ तो सोने में दबाव आ सकता है, लेकिन घरेलू स्तर पर त्योहारी मांग और निवेशकों की रुचि इसे सपोर्ट देगी।
✨ क्यों हर घर में सोना है ज़रूरी
भारत में सोना सिर्फ आभूषण ही नहीं बल्कि निवेश और सुरक्षा का प्रतीक भी माना जाता है। शादी-ब्याह से लेकर त्योहारों तक, हर मौके पर सोना खरीदने की परंपरा है। यही कारण है कि गोल्ड मार्केट भारत में हमेशा सक्रिय रहता है और इसके दामों में उतार-चढ़ाव सीधे आम जनता को प्रभावित करते हैं।
19 सितंबर 2025 को सोने-चांदी के दामों में बढ़ोतरी ने एक बार फिर यह साबित किया है कि गोल्ड- सिल्वर सुरक्षित निवेश विकल्प बने हुए हैं। 20 सितंबर 2025 को मार्केट में निवेशकों की नजरें इसी पर टिकी रहेंगी कि क्या यह तेजी आगे भी बरकरार रहती है या फिर इसमें करेक्शन देखने को मिलता है।
त्योहारी सीजन से पहले सोने की यह चमक आम उपभोक्ताओं के बजट पर असर डाल सकती है, लेकिन लंबे समय के निवेशकों के लिए यह अब भी मजबूत विकल्प बना हुआ है।
📢 Disclaimer
इस लेख में दी गई सोने और चांदी की कीमतें (Gold & Silver Rates) 19 सितंबर 2025 की मार्केट रिपोर्ट्स और विभिन्न शहरों के ज्वैलरी मार्केट से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित हैं। सोने-चांदी के भाव अलग-अलग शहरों, ज्वैलर्स और टैक्स/मेकिंग चार्ज के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। निवेश या खरीदारी से पहले अपने स्थानीय ज्वैलर या अधिकृत स्रोत से रेट ज़रूर चेक करें। यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है, इसे निवेश संबंधी सलाह न माना जाए।