भारतीय ऑटो सेक्टर में सितंबर 2025 किआ (Kia) के लिए ऐतिहासिक महीना साबित हुआ है। कंपनी की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। किआ इंडिया ने सितंबर में कुल 22,700 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जो अगस्त 2025 के मुकाबले लगभग 15.8% ज्यादा है। इस तेज़ उछाल ने ऑटो सेक्टर में सभी का ध्यान खींच लिया है।
त्योहारी सीज़न की शुरुआत, ग्राहकों के बीच बढ़ती मांग और हाल ही में जीएसटी दरों में कमी ने किआ की बिक्री को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है।
📈 किआ इंडिया की लगातार बढ़ती रफ्तार
कंपनी के अनुसार, जनवरी से सितंबर 2025 के बीच कुल 2,06,582 गाड़ियाँ बेची गईं। जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा 1,92,690 यूनिट्स था। यानी कि कंपनी ने साल-दर-साल (YoY) बिक्री में 7.2% की शानदार बढ़ोतरी हासिल की है।
यह उछाल किआ की बढ़ती लोकप्रियता और भारतीय उपभोक्ताओं के बीच ब्रांड पर भरोसे को दर्शाता है। खास बात यह है कि किआ की SUVs और MPVs लगातार टॉप सेलिंग लिस्ट में शामिल हो रही हैं।
🚙 कौन-कौन सी कारें बनीं बेस्टसेलर
किआ इंडिया की सबसे लोकप्रिय गाड़ियाँ Seltos, Sonet और Carens हैं, जिनकी बिक्री सितंबर महीने में शानदार रही।
SUV सेगमेंट में किआ Seltos और Sonet की दमदार परफॉर्मेंस जारी रखे हुए है, जबकि MPV सेगमेंट में Carens की डिमांड तेजी से बढ़ रही है।
इलेक्ट्रिक सेगमेंट में भी किआ ने अपने पोर्टफोलियो को मजबूत किया है। कंपनी की EV रेंज में Kia EV6 और Kia EV9 जैसी प्रीमियम इलेक्ट्रिक कारें शामिल हैं। भविष्य में किआ भारत में और भी किफायती EV लॉन्च करने की तैयारी में है।
🌍 एक्सपोर्ट में भी किआ का दम
घरेलू बाजार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी किआ इंडिया का प्रदर्शन सराहनीय रहा। सितंबर 2025 में बेची गई कुल 22,700 यूनिट्स में से 2,606 गाड़ियाँ एक्सपोर्ट की गईं।
इससे यह साबित होता है कि किआ इंडिया न सिर्फ भारतीय सड़कों पर बल्कि ग्लोबल मार्केट में भी तेजी से अपनी पहचान बना रही है।
💸 जीएसटी कटौती से ग्राहकों को मिला बड़ा फायदा
सितंबर के आखिरी सप्ताह में सरकार ने छोटी और मध्यम आकार की गाड़ियों पर जीएसटी दरों में कटौती की घोषणा की थी।
4 मीटर से छोटी गाड़ियों पर टैक्स घटने से Kia Sonet जैसे मॉडल्स की कीमत में सीधे तौर पर राहत मिली।
इस टैक्स कटौती का फायदा ग्राहकों तक पहुँचा, जिससे बाजार में नई कारों की मांग में उछाल आया।
कई डीलर्स के अनुसार, लोग अब पहले से ज्यादा बुकिंग कर रहे हैं क्योंकि कीमतें आकर्षक स्तर पर पहुँच गई हैं।
🎉 फेस्टिव सीजन का जबरदस्त असर
सितंबर से ही त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है — गणेश चतुर्थी, नवरात्रि और फिर दिवाली।
किआ इंडिया ने इस मौके पर ग्राहकों के लिए कई स्पेशल ऑफर्स, एक्सचेंज बोनस, और आसान फाइनेंस स्कीम्स लॉन्च की हैं।
ऑटो एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये फेस्टिव ऑफर्स और डिस्काउंट्स आने वाले महीनों में भी बिक्री को नई रफ्तार देंगे।
ग्राहक अब अपनी पसंदीदा SUVs और MPVs पर बेहतर डील्स पाने के लिए किआ शोरूम्स का रुख कर रहे हैं।
🔍 मार्केट एक्सपर्ट्स की राय
मार्केट एनालिस्ट्स के अनुसार, किआ की यह ग्रोथ एक संकेत है कि कंपनी भारत के ऑटो सेक्टर में लंबे समय तक टिके रहने की रणनीति पर काम कर रही है।
SUV सेगमेंट में लगातार निवेश, EV तकनीक पर फोकस, और आकर्षक डिजाइन ने किआ को भारतीय युवाओं की पसंद बना दिया है।
ऑटो एक्सपर्ट अनिल वर्मा के मुताबिक,
“किआ ने सिर्फ बिक्री में ही नहीं बल्कि ग्राहक अनुभव, आफ्टर-सेल्स सर्विस और डिजाइन क्वालिटी में भी बड़ा सुधार किया है। यही कारण है कि आज किआ इंडिया की गाड़ियाँ मिडिल-क्लास और यंग जेनरेशन दोनों को आकर्षित कर रही हैं।”
⚡ आने वाले महीनों में क्या उम्मीदें?
दिवाली से पहले के महीनों में भारतीय ऑटो बाजार में तेज़ी देखी जाती है।
किआ इंडिया ने भी अक्टूबर और नवंबर के लिए अपने प्रोडक्शन को बढ़ा दिया है ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके।
अगर त्योहारों के दौरान बुकिंग इसी तरह बढ़ती रही, तो किआ इस साल के अंत तक 2.5 लाख यूनिट्स का आंकड़ा पार कर सकती है — जो कंपनी के लिए नया रिकॉर्ड होगा।
इसके अलावा, कंपनी अगले साल Carens Facelift और एक नई Compact EV SUV लॉन्च करने की योजना पर काम कर रही है, जिससे 2026 में बिक्री और भी बढ़ सकती है।
किआ इंडिया ने सितंबर 2025 में यह साबित कर दिया है कि सही रणनीति, बेहतर प्राइसिंग और ग्राहक-केंद्रित ऑफर्स किसी भी ब्रांड को नई ऊँचाइयों तक पहुँचा सकते हैं।
चाहे घरेलू बाजार हो या एक्सपोर्ट — कंपनी हर दिशा में मजबूती से कदम बढ़ा रही है।
अब सबकी निगाहें अक्टूबर और नवंबर की फेस्टिव सेल्स पर हैं, जहाँ किआ से फिर एक नया रिकॉर्ड बनाने की उम्मीद है।
⚠️ Disclaimer:
इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक रिपोर्ट्स और कंपनी के आधिकारिक डेटा पर आधारित है। इसमें किसी भी प्रकार की निवेश या खरीदारी की सलाह नहीं दी जा रही है। पाठक किसी भी निर्णय से पहले अपनी समझ और विशेषज्ञ की राय ज़रूर लें।